शुचि के बारे में

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shuchi

मेरे प्यारे दोस्तों,
नमस्ते

मेरा नाम शुचि है। मैं लगभग दो दशक से विदेश में रहती हूँ और बहुत अच्छी तरह से शाकाहारियों की समस्याओं को समझती हूँ क्योंकि शायद मैं भी कई चुनौतियों से गुजरी हूँ और आज इतने सालों बाद भी कई बार शाकाहारी खाना ढूँढना मुश्किल होता है।

पाक कला मेरे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा शुरू से ही रहा है। हालाँकि मेरी व्यंजन विधियाँ लिखने की शुरुआत फ़्रांस में हुई, जहाँ मैं संयोग से व्यंजन लेखक बन गयी। मुझे खाने में नये-नये प्रयोग करने का शौक है और खास तौर पर अपने चार साल के फ्रेन्च प्रवास के दौरान मैंने बहुत सारी पार्टियों का आयोजन किया और विभिन्न देशों के लोगों से मिलने का मौका मिला। हमारे मेहमानों को हिन्दुस्तानी खाना बहुत पसंद आता था और वो मुझसे रेसिपी पूछते थे। मैं उनको ध्यानपूर्वक नाप-तौल के साथ अपने व्यंजनों की विधि लिखती थी। एक दिन मेरी एक मित्र ने मुझे सलाह दी कि "तुम्हारी लिखी हुई विधि से खाना बनाना आसान है, तुम एक वेब साइट बनाओ अपने व्यंजनों की।“ तो यहाँ से शुरू हुई शुचि की रसोई जो अंतर्जाल पर हिन्दी में लिखी व्यंजन विधियों की सबसे पहली वेबसाइटों में से एक है।

मैंने वनस्पतिशास्त्र में स्नातकोत्तर हूँ। शाकाहार को लेकर अभी भी लोगों के मन में कई सवाल उठते हैं। शाकाहार को सही रूप से समझने और दूसरों को समझाने के लिए मैंने अमेरिका की प्रतिष्ठित कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से न्यूट्रीशन पर अध्ययन किया है। इसके साथ ही आयुर्वेद की गहराई को समझने के लिए प्राचीन ग्रंथों का भी अध्ययन करती हूँ।

आप सबके सहयोग और सराहना से मुझे बहुत प्रेरणा मिली और मैं इस सफर में आगे बढ़ती गई। रोजमर्रा के जीवन में खानपान की किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए, आयुर्वेद और विज्ञान और हमारी प्राचीन भारतीय परंपराओं से जुड़े लेख, और भोजन को कैसे पौष्टिक और स्वादिष्ट बनायेँ, जैसे विषयों को समाहित करते हुए मैंने हाल ही में “स्वाद, सेहत और शाकाहार- आयुर्वेद से आजतक” नाम की पुस्तक लिखी है जो बहुत पसंद की जा रही है। आप भी इस पुस्तक को जरूर पढ़ें।

मैं स्वस्थ, सात्विक भोजन पर ज्यादा काम करती हूँ। मैं अपने व्यंजनों में किसी भी प्रकार की फैट फ्री, शुगर फ्री, कैलोरी फ्री आदि सामग्री का इस्तेमाल नहीं करती। मैं भोजन का रंग और स्वाद बढ़ाने के लिए केमिकल या फिर रंग आदि का प्रयोग भी नहीं करती।

मुझे पढ़ने, लिखने के साथ बागवानी का भी बहुत शौक है। मैं कई समाजसेवी संगठनों के साथ भी जुड़ी हुई हूँ जो मुख्य रूप से गरीब बच्चों की शिक्षा और भोजन के लिए काम करते हैं। मुझे जब भी समय मिलता है तो मैं स्क्रैपबुक भी बनाती हूँ। आजकल मैं अपने परिवार के साथ अमेरिका में रहती हूँ।

आपकी राय और आपकी सलाह का हमेशा इंतजार रहता है।

स्वस्थ भोजन की शुभकामनाओं के साथ,
शुचि