कूटू के पकौड़े

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कूटू फलाहारी होता है जिसका प्रयोग व्रत उपवास में ख़ास तौर पर किया जाता है. वैसे आजकल कूटू का प्रयोग सामान्य दिनों में भी किया जाने लगा है. कूटू में एक ख़ास प्रोटीन ग्लूटेन नहीं होती है जिसकी वजह से यह विदेशी जगत में भी प्रचलन में आ रहा है. कूटू से आप कई प्रकार के व्यंजन बना सकते हैं. अगर घर में किसी को ग्लूटेन एलर्जी है तो कूटू का प्रयोग गेहूं के स्थान पर करके कूटू के चीले, पराठे, पूड़ी, पकौड़ी, हलवा आप कुछ भी बना सकते हैं. कूटू के पकौड़े भी सिंघाड़े के पकौड़े के जैसे ही बनाए जाते हैं. कूटू के पकौड़े सिंघाड़े के पकौड़े के मुक़ाबले में अधिक करारे बनते हैं. एक और बात जो ध्यान देने की है वो यह है कि कूटू सिंघाड़े की तुलना में अधिक गरम और भारी होता है. अब आप अपने स्वाद और उपलब्धता के अनुसार बनाएँ फलाहारी पकौड़े. यहाँ पर मैं आपको कूटू के पकौड़े बनाना बता रही हूँ. शुभकामनाओं के साथ, शुचि

Kuttu ke Pakode
तैयारी का समय : 10 मिनट
तलने का कुल समय : 30 मिनट
लगभग 400 कैलोरी हर सर्विंग में

 सामग्री (4 लोगों के लिए)

  • कूटू का आटा 1 कप
  • आलू 3-4 मध्यम
  • हरी मिर्च 5-6
  • सेंधा नमक 1 ½ छोटा चम्मच
  • पानी लगभग ¼ कप
  • घी / तेल तलने के लिए

बनाने की विधि :

  1. हरी मिर्च का डंठल हटा कर और उसे अच्छे से धो कर महीन-महीन काट लें.
  2. आलू को छीलकर अच्छे से धो लें. अब आलुओं को छोटा-छोटा काट लें. एक बार फिर से अच्छे से धोकर, इनको छन्नी पर 2-3 मिनट के लिए छोड़ दें जिससे की सारा पानी निकल जाए.
chopped potatoes
कटे आलू
  1. अब एक कटोरे में कटे आलू, सेंधा नमक, कटी हरी मिर्च, और कूटू का आटा लें. इन सबको अच्छे से मिलाएँ.
kuttu flour with other ingredients
कुट्टू का आटा, कटे अलू और बाकि सामग्री
  1. अब इसमें थोड़ा-थोड़ा कर पानी डालें और फिर अच्छे से मिलाएँ. आलू अच्छे से सिंघाड़े के आटे में लिपट जाने चाहिएं. पकौड़ी का आटा चिकना होना चाहिए और यह बहुत पतला नहीं होना चाहिए.
kuttu and potato batter
कूटू कि पकौड़ी का घोल
  1. एक कड़ाही में घी / तेल गरम करें. लगभग एक बड़ा चम्मच पकौड़ी का मिश्रण तेल में डालें, एक-एक करके तकरीबन 7-8 पकौड़े डालें और मध्यम आँच पर सुनहरा हाने तक तलें. इस प्रक्रिया में तकरीबन 8-10 मिनट का समय लगता है.
pakori pouring in hot oil pakori pouring in hot oil
 kuttu pakori frying kuttu pakori frying
  1. तले हुए पकौड़ों को किचन पेपर पर निकाल लें.
  2. बाकी बचे हुए घोल के भी पकौड़े ताल लें.
  3. गरम कूटू के पकौड़ों को दही के साथ सर्व करें. आप कूटू के पकौड़ों को हरी चटनी के साथ भी परोस सकते हैं जिसे ख़ास व्रत के लिए बनाया जाता है.

कुछ नुस्खे और सुझाव :

  1. पकौड़ी का घोल बनाते समय ध्यान रखें कि घोल पतला न हो इसके लिए पानी बहुत थोडा थोडा करके डालें.
  2. आप कूटू कि जगह सिंघाड़े के आटे के भी पकौड़े इसी विधी से बना सकते हैं. सिंघाड़े का आटा भी व्रत में खाया जाता है.
  3. आप इस पकौड़ी में हरी मिर्च कि मात्र अपने स्वाद के हिसाब से घटा बढ़ा सकते हैं.

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