गुलगुले कैसे बनायें | पुए कैसे बनायें

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गुलगुले एक बहुत ही पारंपरिक भारतीय मिठाई है जिसे तीज-त्यौहार, और खासतौर पर करवाचौथ और बसौड़ा आदि पर बनाया जाता है. चंद्र भगवान को अर्क देने के बाद गुलगुले से ही व्रत खोला जाता है. कदाचित भारतवर्ष की प्राचीनतम मिठाई है गुलगुला या पुआ. प्राचीन ग्रंथों में पुए/गुलगुले का "अपूप" नाम से वर्णन है. ऋग्वेद में (देखें 4.45.3) और पतंजलि (देखें 2.45) में, महाभारत के अनुशासन पर्व में और सुश्रुत एवं चरक संहिता में भी अपूप का वर्णन है. गुलगुले को आटे और शक्कर या गुड़ के घोल से बनाया जाता है. इसमें स्वाद और खुशबू के लिए थोड़ी सी कुटी इलायची और सौंफ भी डाली जाती है. अब इन गुलगुलों को शुद्ध देसी घी में तला जाता है . नाम से ही स्वादिष्ट लग रहे हैं न ...घी की मिठाइयाँ स्वादिष्ट तो बहुत होती हैं लेकिन इनमें कैलोरी भी ज्यादा होती है तो आप अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए इन स्वादिष्ट गुलगुलों को बनायें और इनका मजा लें. अगर आपको कोई घी का परहेज है तो आप गुलगुलों को तेल में भी तल सकते हैं. तो आप भी बनाइए इन स्वादिष्ट गुलगुलों को इस करवा चौथ की पूजा पर और कृपया हमें अपने सुझाव और राय जरूर लिखियेगा. शुभकामनाओं के साथ, शुचि

gulgule
तैयारी का समय : 5 मिनट
पकाने का समय : 12 मिनट
लगभग 75 कैलोरी हर पुए में

सामग्री (16-20 गुलगुले के लिए )

  • गेहूँ का आटा 1 कप
  • सूजी/ रवा 1 बड़ा चम्मच( वैकल्पिक)
  • शक्कर ½ कप से थोड़ी कम
  • हरी इलायची 4-5
  • दही 2 बड़ा चम्मच
  • पानी ½ कप से थोडा ज्यादा
  • कुटी सौंफ 1 छोटा चम्मच (वैकल्पिक)
  • घी/ तेल तलने के लिए

बनाने की विधि :

  1. हरी इलायची की बाहरी त्वचा निकालें और दानों को दरदरा कूट लें.
  2. एक कटोरे में गेहूँ का आटा, शक्कर, सूजी, इलायची, कुटी सौंफ और दही लें. सभी सामग्री को आपस में अच्छे से मिलाएँ. अब धीरे-धीरे पानी डालें और अच्छे से मिलाते जाएँ. कुछ देर फेटें. यह जो घोल है यह पकोडे के घोल जैसा होना चाहिए. वैसे आपकी सुविधा के लिए मैने नीचे फोटो में भी दिखाया है.
consistency of gulgule batter
गुलगुले का घोल
  1. अब एक कड़ाही में घी/ तेल गरम करें मध्यम आँच पर. अब इसमें 7-8 गुलगुले डालें.
gulgule frying
कड़ाही में गुलगुले
  1. मध्यम आँच पर गुलगुलों को तलें. जब गुलगुले सुनहरे हो जाएँ तो इनको किचन पेपर पर निकाल लें.
gulgule frying
लगभग 2 मिनट तलने के बाद गुलगुले
  1. स्वादिष्ट गुलगुले तैयार हैं पूजा के लिए, भोग के बाद आप इन्हें प्रसाद के जैसे बाँट सकते हैं . वैसे तो यह गुलगुले इतने स्वादिष्ट हैं कि हाथोंहाथ ख़तम हो जाते हैं लेकिन अगर गुलगुले बच जाते हैं तो आप इन्हे फ्रिज के बाहर ही रखे. यह दो तीन दिन रख कर भी खाए जा सकते हैं.
gulgule

कुछ नुस्खे/ सुझाव:

  1. वैसे तो मिठाई देशी घी में ही बनती है लेकिन अगर किसी वजह से आप देशी घी नही इस्तेमाल कर रहें हैं तो वेजिटेबल तेल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है गुलगुलों को तलने के लिए
  2. वैसे तो कुटी सौंफ बहुत स्वादिष्ट लगती है गुलगुले में लेकिन अगर किसी वजह से आपको इसका स्वाद नहीं पसंद तो आप सौंफ के बिना भी गुलगुले बना सकते हैं.
  3. मैंने एक चम्मच सूजी डाली है गुलगुले के घोल में जिससे गुलगुले करारे बनते हैं लेकिन अगर आप चाहें तो सूजी को हटा भी सकते हैं.
  4. इलायची का स्वाद बहुत अच्चा लगता है गुलगुले में लेकिन अगर आपको यह पसंद नहीं तो आप इलायची को भी हटा सकते हैं.

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